सोते-सोते अगर आपको भी बेचैनी हो जाती है, सांस नहीं ले पाते हैं, तो ये खबर आपके लिए है। दुनिया में ऐसे बहुत से लोग हैं, जिन्हें ये समस्या है। बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दुनियाभर में करीब एक अरब लोग इस बीमारी से पीड़ित हैं। यह बेहद ही गंभीर बीमारी है, जिसमें सांस न ले पाने की वजह से जान जाने का खतरा रहता है। विशेषज्ञ कहते हैं कि इस बीमारी के शिकार लोग हृदय और सांस संबंधी कई बीमारियों और टाइप-2 डायबिटीज के शिकार हो सकते हैं। नींद में सांस न लेने या सांस उखड़ने की इस बीमारी को 'स्लीप एपनिया' कहा जाता है। अमेरिका में हुए एक अध्ययन के मुताबिक, वहां हर साल 30 हजार से अधिक लोगों की इस बीमारी के कारण मौत हो जाती है। अगर 'स्लीप एपनिया' गंभीर स्थिति में है, तो इसके शिकार लोगों की 18 साल की उम्र के अंदर ही मौत हो जाने की संभावना अधिक होती है।
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